मनोविकास विशेष शिक्षा महाविद्यालय उज्जैन द्वारा शासकीय माध्यमिक विद्यालय चंदेसरी प्रांगण में 3 दिवसीय (20,21,24 मार्च 2022) दिव्यांगता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम पंचायत भवन चंदेसरी से रैली प्रारंभ कर पूरे गांव में भ्रमण कर विद्यालय प्रांगण में रैली का समापन किया गया। तत्पश्चात विद्यालय प्रागंण में कार्यक्रम का शुभारंभ सांकेतिक भाषा में ईश्वर आराधना के साथ हुआ जिसमें ग्राम पंचायत चंदेसरी के संरपंच प्रतिनिधि श्री संजयजी चौहान, पंचायत सचिव चंदेसरी, श्री राजेश जी मालवीय, शा.मा. विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती वर्षा जी परमार, श्री चतर सिंगजी एवं मनोविकास विशेष शिक्षा महाविद्यालय के निदेशक फादर टॉम जार्ज सहित सभी प्राध्यापक एवं प्रशिक्षु अध्यापकों एवं समुदाय की उपस्थिति रही।
इसके पश्चात स्वागत की श्रंृखला में डी.एड. प्रशिक्षु अध्यापकों द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत उपर्ण एवं विशेष विद्यार्थियों द्वारा निर्मित सामग्री द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का परिचय महाविद्यालय के निदेशक फादर टॉम जार्ज द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री गोविंद छापरवाल, सहायक प्राध्यापक मनोविकास महाविद्यालय द्वारा किया गया वहीं श्री शिवम राय, सहायक प्राध्यापक मनोविकास महाविद्यालय द्वारा म.प्र. विकलांग सहायता समिति एवं महाविद्यालय का संपूर्ण परिचय दिया गया। कार्यक्रम में दिव्यांगता, दिव्यंागता के क्षेत्र एवं दिव्यंाग व्यक्तियों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी श्रीमती हेमांगी पाराशर, सहायक प्राध्यापक मनोविकास महाविद्यालय द्वारा प्रदान की गयी।
कार्यक्रम में जागरूकता हेतु डी.एड. प्रशिक्षु अध्यापकों द्वारा विभिन्न गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण किया गया जिसमें जन समुदाय की भागीदारी द्वारा सभी गतिविधियों के माध्यम से दिव्यांगता संबंधी मुश्किलों एवं उनके प्रबंधन को समझाया गया।
कार्यंक्रम में डी.एड. (आई.डी.) एवं डी.एड. (डी.बी.) द्वितीय वर्ष के सभी प्रशिक्षणार्थियों की पूर्व सहभागिता के साथ साथ बी.एड. प्रथम वर्ष एव ंबी.एड. अंतिम वर्ष के प्रशिक्षणार्थी भी शामिल थे।
कार्यक्रम में मनोविकास विशेष शिक्षा महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकगणों में श्रीमती योगिता शर्मा, सुश्री परवीना, सुश्री तृप्ति सारस्वत भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम समन्वयक श्री शिवम राय एवं सुश्री परवीना के मार्गदर्शन में कार्यक्रम का समापन किया गया।
अन्त में सांकेतिक भाषा में राष्ट्रगान प्रस्तुत कर उसके पश्चात सुश्री परवीना द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।